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पांच बार की विश्व चैंपियन मैरी कॉम, दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधू और राष्ट्रमंडल खेलों के दो बार के गोल्ड मेडलिस्ट अचंता शरत कमल सहित 10 खिलाड़ियों को सोमवार को निर्विरोध रूप से भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के एथलीट आयोग का सदस्य चुना गया।
मैरी कॉम, सिंधू और शरत कमल के अलावा यहां हुए चुनावों में टोक्यो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट भारोत्तोलक मीराबाई चानू, ओलंपिक 2012 के कांस्य पदक विजेता निशानेबाज गगन नारंग, शीतकालीन ओलंपियन शिवा केशवन, वरिष्ठ हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल, साइक्लिस्ट भवानी देवी, नौकायन खिलाड़ी बजरंग लाल और पूर्व शॉट-पुट एथलीट ओम प्रकाश करहाना को भी आयोग के लिये निर्विरोध चुना गया है।
नवंबर 10 को अपनाये गये भारतीय ओलंपिक संघ के नये संविधान के तहत एथलीट आयोग में पुरुष और महिला सदस्यों का समान प्रतिनिधित्व होना है। नवनिर्वाचित सदस्यों में पांच महिलाओं सहित सभी 10 सदस्य ओलंपियन हैं, जबकि केशवन इकलौते शीतकालीन ओलंपियन हैं। एथलीट आयोग में सिर्फ 10 सीटों के लिये इतने ही उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था, जिसके बाद निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने सभी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया।
भारत के पहले ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदार सिंह क्रमशः अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) के संबंधित निकायों के सदस्य के रूप में 12 सदस्यीय एथलीट आयोग को पूरा करेंगे। दोनों के पास मतदान का अधिकार होगा।
बिंद्रा को 2018 में आठ साल के कार्यकाल के लिए आईओसी एथलीट आयोग के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था, जबकि सरदार को 2019 में चार साल के कार्यकाल के लिए ओसीए एथलीट समिति का सदस्य बनाया गया था। एथलीट आयोग के दो सदस्य आईओए कार्यकारी परिषद में बैठेंगे, जिसका चयन 10 दिसंबर को उच्चतम न्यायालय के आदेश पर होगा।
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