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एग फ्रीजिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके जरिए कोई महिला अपनी इच्छा अनुसार 40 की उम्र के बाद भी सुरक्षित गर्भधारण (Pregnancy after 40) कर सकती है। इस प्रक्रिया में महिला अपने एग फ्रीज करवा सकती हैं, जिससे उम्र के साथ फर्टिलिटी के कम होने की चिंता नहीं रहती। इस प्रक्रिया (Egg freezing) की मदद से आप उम्र बढ़ने के बाद भी सुरक्षित गर्भ धारण कर सकती हैं। अब भी बहुत सारी महिलाएं एग फ्रीजिंग से अनजान हैं। उनके लिए हम यहां लाए हैं इस तकनीक (FAQ about egg freezing) से जुड़े कुछ जरूरी फैक्ट्स।
इस विषय पर गहनता से जानने के लिए हमने बात की गुंजन आईवीएफ वर्ल्ड ग्रुप की फाउंडर और चेयरमैन डॉ. गुंजन गुप्ता गोविल (Dr. Gunjan Gupta Govil) से। जिन्होंने एग फ्रीजिंग से जुड़े सवालों के विस्तार से जवाब दिए।
यहां हैं एग फ्रीजिंग के बारे में बार-बार पूछे जाने वाले 5 सवालों के जवाब

1. पहले समझिए क्या है एग फ्रीजिंग?
एग फ्रीजिंग जिसे परिपक्व अंडाणु निम्नताप परिरक्षण (mature oocyte cryopreservation) के नाम से भी जाना जाता है। एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसे महिलाओं की फर्टिलिटी को सेफ रखने के लिए किया जाता है। एक्सपर्ट के मुताबिक फ्रोजन एग द्वारा हुई प्रेगनेंसी उतनी ही सेफ है, जितनी कि न्यू एग्स से प्राप्त की गई प्रेगनेंसी।
2. किन महिलाओं को करवानी चाहिए एग फ्रिजिंग
डॉ. गुंजन गुप्ता गोविल का कहना है कि एग फ्रीजिंग विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए सुरक्षित प्रक्रिया है, जो वर्तमान में गर्भधारण की योजना नहीं बना रही हैं, लेकिन भविष्य में गर्भधारण के लिए अपनी क्षमता को लेकर सुनिश्चित होना चाहती हैं।
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3. एग फ्रीजिंग करवाने के लिए किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए
एग फ्रीजिंग करवाना एक तकनीकी प्रक्रिया है, जिससे पहले आपको कुछ चीजों पर ध्यान देना होगा। डॉ. गुंजन का कहना है कि अगर किसी महिला को कैंसर है, तो उसे अपने एग्स कैंसर का उपचार शुरू होने के पहले ही फ्रीज करवा लेना चाहिए। क्योंकि इसके उपचार के लिए की जाने वाली कीमोथेरैपी और रेडियोथेरैपी एग्स के लिए टॉक्सिक साबित हो सकती है।
इसके अलावा जिन महिलाओं का अर्ली मेनोपॉज का पारिवारिक इतिहास रहा है, उन्हें भी खास ध्यान देनी की जरूरत है। उनके एग्स कम उम्र में ही तेजी से समाप्त होने शुरू हो जाते हैं।

4. एग फ्रीजिंग के कारण किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है?
एक्सपर्ट के अनुसार एग फ्रीजिंग करने वाली महिलाओं में ब्लीडिंग, संक्रमण और ब्लेडर या पेट के अंगों में चोट लगने का खतरा हो सकता है। इसके अलावा मूड स्विंग्स, सिरदर्द, पेट में मरोड़, वजन बढ़ना, जी मचलना और जहां इंजेक्शन लगाया गया है वहां तेज दर्द होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
कई रिसर्च में यह बात भी सामने आई है, कि जैसा प्रचार किया जाता है वैसा कुछ नहीं है। एग फ्रीजिंग से मां बनने पर बच्चे में कोई बर्थ डिफेक्ट नहीं होते।
5. किस उम्र तक एग फ्रीजिंग करवायी जा सकती है?
कई महिलाओं का मानना होता है कि एग को कभी भी फ्रीज करवाया जा सकता है। इसलिए वो तब तक इंतजार करती हैं, जब तक कि वो 40 की नहीं हो जाती।
डॉ. गुंजन के मुताबिक 25 से 37 की उम्र के बीच एग को फ्रीज करना सबसे बेहतर होता है। जो महिलाएं एग फ्रीज करवाना चाहती हैं उन्हें 34 की उम्र से पहले ही अपने एग को फ्रीज करवा लेना चाहिए। कोई भी महिला एग फ्रीजिंग के परिणामों को ध्यान में रखकर इस तकनीक को अपना सकती है। जिससे वह बाद में गर्भधारण को लेकर सुनिश्चित हो पाए।
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