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मियांदाद ने टीम मैनेजमेंट का झुकाव विदेशी कोच की तरफ होने से खिलाड़ियों को लेकर चिंता जाहिर की। मियांदाद के मुताबिक पाकिस्तान ने पिछले कुछ साल में विदेशी कोचिंग पर अधिक भरोसा किया है। विश्व कप के दौरान मैथ्यू हेडन मेंटर के तौर पर टीम के साथ थे, जबकि शॉन टेट टीम के बोलिंग कोच थे। उनके मुताबिक जब मैच फिक्सिंग शुरू हुई थी, तो उसकी वजह भी खिलाड़ियों में असुरक्षा की भावना ही थी और विदेशी कोचों के होने से यह फिर से हो सकता है।
एक टीवी चैनल से बात करते हुए पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी ने कहा, ‘हम लोगों ने काउंटी खेला है। मगर आज जो ये लड़के खेल रहे हैं, उनका फ्यूचर क्या है? उन खिलाड़ियों को देखें, जिन्होंने पहले हमारे मुल्क के लिए क्रिकेट खेला है। मैं अपनी बात नहीं कर रहा। मेरे पास कई बड़े ऑफर आए लेकिन मैं नहीं गया। लेकिन वो खिलाड़ी जो फिलहाल टीम का हिस्सा हैं, उनका फ्यूचर क्या है? उनको पता है कि अगर उन्होंने परफॉर्म नहीं किया तो उनके पास जाने के लिए कोई जगह नहीं है। यही वो वजह है जिसके कारण फिक्सिंग हुई थी। सबको ये डर था कि कहीं उनका करियर ना खत्म हो जाए।’
बता दें हालही में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। पाकिस्तान ने फ़ाइनल में जगह बनाई थी। लेकिन इस टूर्नामेंट में उन्हें भारत और ज़िम्बाब्वे के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। फ़ाइनल में भी पाकिस्तान ने इंग्लैंड के सामने महज 138 रन का मामूली लक्ष्य रखा था।
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